Saturday, 23 March 2013

Holi Celebrations- 2013


फरवरी माह में प्रेम रस में पगे  वैलेंटाइन्स  डे मनाने के बाद मार्च में बदलता खुशनुमा मौसम चारो और फैली रंगों की चादर, फूलो की भीनी  खुशबू, कोयल की मधुर कूक हमें बरबस अपनी ओर  खीच ले चली और हम सब सखिया एकत्रित हो गयी होली का त्योहार मनाने के लिए| मन मयूर कल्पना के नये पंख फैलाकर आसमान में उढने  को तैयार हो गया| रंग बिरंगे परिधानो व गहनो से सजी व सवरी, चहकती हुई युवतियों ने पूरे हर्षो उल्हास के साथ लेडीज-क्लब हॉल में होली का उत्सव मनाया| माननीय प्रमुख अतिथि के स्वागत के बाद होली के गीत गये गए, होली से सम्बंधित अनेक चुटीले व रस भरे गीतों पर लेडीज ने भाव भीना नृत्य पेश किया, राधा कैसे न जले ...., होली आई रे .. होलिया में उड़े रे गुलाल ..... जैसे गानों पर नृत्य करती महिलाये व उनके साथ थिरकती, झूमती व् गुनगुनाती हुए दर्शकगन की मस्ती देखते ही बनती थी| नाच गाने के बाद सभी ने प्रेम से एक दूसरे के गुलाल लगाया, गुलाब की भीनी भीनी खुशबूदार पंखुडियो से होली खेली गयी , सारा वातावरण आनंदमय हो रहा था, प्रेम व चुहलबाज़ी के रंग में रंगे सभी परस्पर हास परिहास में मग्न थे|

उसके बाद आई एक दुसरे से मीठे अंदाज़ में बदला लेने की बारी यानि टाइटल्स| किसी को चुभे भी न लेकिन साथ ही " बुरा न मानो होली है " के अंदाज़ में हास परिहास व हुल्लड़ हुरदंग के बीच सभी को "टाइटल्स " दिए गए जिनका सभी ने मिलके मजा लिया

अंत में मीठे मीठे ढेर सारे पकवानों और गुजिया का रसा स्वादन करते हुए हर्षो उल्हास अपनी चरम सीमा पे पहुच गया| 

स्मृति स्वरुप खीची गयी ढेर सारी फोटोस -



Our Special Guest, Mrs. Ghosh



A Warm Welcome, Mrs. Ghosh



A Special bond cherished forever

 The programme begins






With music 






 and dancing




It is centered around Lord Krishna and Radha, the lovelorn who are romantic guise for devotion

















 and colours

 The dancing continues



















Time to Pose..




 With Songs, how can you stop with just one?





Dancing to the beats of Rajasthan 
















 Like life, the programme had its joys and sorrows. Saying good bye to some of our friends...














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